आजकल बहुत से ग्राहक कहते हैं, “LIC में क्या रखा है? रिटर्न तो बहुत कम है… शेयर बाजार में निवेश करूं तो ज्यादा फायदा मिलेगा।”
इस सोच में थोड़ा दम ज़रूर है, लेकिन पूरी सच्चाई नहीं।
चलिए, एक बार ठंडे दिमाग से LIC और Stock Market की तुलना करते हैं — बिना किसी भ्रम और सिर्फ आपके परिवार की भलाई को ध्यान में रखकर।
1. मकसद अलग, तुलना गलत
सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि LIC और शेयर बाजार का मकसद अलग है। LIC एक सुरक्षा योजना है, जहां आपको निश्चित लाभ और जीवन बीमा सुरक्षा दोनों मिलते हैं।
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LIC Policy vs Share Market, SIP, LIC Shares (Hindi) |
वहीं, स्टॉक मार्केट निवेश का साधन है, जहां मुनाफा भी है, लेकिन रिस्क भी बहुत ज्यादा है। तो दोनों की तुलना सिर्फ रिटर्न के आधार पर करना ठीक नहीं है — जैसे आप जीवन बीमा से शेयर की कमाई की उम्मीद करें।
2. शेयर बाजार: लाभ जितना बड़ा, रिस्क भी उतना ही बड़ा
शेयर बाजार में पैसा डबल भी हो सकता है और हाफ भी। कई बार लोगों ने खूब कमाया, लेकिन उससे ज्यादा लोगों ने नुकसान भी उठाया। बाजार गिरा, कंपनी डूबी — और पूंजी भी गई।
अब सोचिए, अगर आपने अपने बच्चे की पढ़ाई या बेटी की शादी के लिए शेयर में पैसा लगाया और उस समय मार्केट गिर गया, तो क्या होगा?
3. LIC: गारंटी, सुरक्षा और सुकून
LIC में फायदा धीरे-धीरे होता है, लेकिन पूरा भरोसे के साथ होता है।
- तय रकम मिलती है।
- जीवन बीमा होता है।
- बोनस और टैक्स छूट भी मिलती है।
- और सबसे बड़ी बात — जब आप नहीं होंगे, तो आपका परिवार आर्थिक रूप से सुरक्षित रहेगा।
LIC में पैसा कम होता है, लेकिन खोता नहीं है। ये एक ऐसी छतरी है, जो बारिश हो या धूप — आपके परिवार को ढके रखती है।
4. दोनों को समझदारी से मिलाएं
सिर्फ LIC या सिर्फ शेयर बाजार — दोनों में अति करना गलत है।
सही तरीका यह है कि आप अपने जीवन की सुरक्षा LIC से करें, और अगर आपके पास एक्स्ट्रा पैसा है और आप जोखिम लेने को तैयार हैं, तो शेयर बाजार में भी निवेश कर सकते हैं।
LIC आपकी life की foundation है, और शेयर बाजार लाभ का अवसर।
5. SIP vs LIC: हर महीने की बचत, लेकिन रास्ता अलग
बहुत से लोग आज SIP (Systematic Investment Plan) को LIC का विकल्प मानते हैं। SIP भी एक अच्छी आदत है, जहां आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा निवेश करते हैं और वह शेयर बाजार की म्यूचुअल फंड स्कीम में जाता है।
यहां कुछ बातें जानना ज़रूरी है:
- SIP में भी बाजार की चाल पर निर्भर करता है कि आपको कितना रिटर्न मिलेगा।
- अगर बाजार ऊपर गया, तो रिटर्न अच्छा मिलेगा, लेकिन अगर बाजार गिरा, तो घाटा भी हो सकता है।
- SIP में कोई जीवन बीमा नहीं होता। यानी निवेशक के साथ कुछ हो जाए, तो परिवार को सिर्फ उतना ही पैसा मिलेगा, जितना जमा हुआ है — वो भी बाजार के भाव के हिसाब से।
अब LIC को देखें — वहाँ आप हर महीने प्रीमियम भरते हैं, और बदले में:
- मैच्योरिटी पर निश्चित रकम मिलती है,
- जीवन बीमा मिलता है (अगर कुछ हो जाए तो परिवार को पूरा सम एश्योर्ड),
- और कई पॉलिसियों में बोनस + टैक्स बेनिफिट भी शामिल होता है।
- तो SIP एक निवेश का टूल है, लेकिन LIC एक सुरक्षा और बचत का मजबूत साधन है।
अगर आप निवेश करना चाहते हैं, तो SIP ज़रूर करें। लेकिन पहले अपने जीवन की गारंटी पक्की करें — और ये काम LIC ही करता है।
6. LIC की IPO: क्या इसका मतलब है कि LIC भी स्टॉक मार्केट की तरह है?
जी हां, LIC ने हाल ही में अपनी IPO निकाली, यानी पब्लिक के लिए अपने शेयर बाजार में हिस्सेदारी खोल दी। इसका मतलब है कि अब LIC एक पब्लिक कंपनी भी बन गई है, और उसके कुछ हिस्से शेयर मार्केट में खरीदे-बेचे जा सकते हैं।
लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं कि LIC ने अपनी बीमा पॉलिसी या सुरक्षा का स्वरूप बदल दिया है। LIC की पॉलिसियां और उसका बीमा काम पहले की तरह चलता रहेगा — सरकार की गारंटी और नियम भी वही रहेंगे।
IPO का मतलब केवल इतना है कि LIC के कुछ हिस्से अब आम निवेशकों को भी खरीदने का मौका मिला है — ठीक वैसे ही जैसे किसी कंपनी के शेयर बाजार में आते हैं। यह LIC के लिए पूंजी जुटाने का एक तरीका है, ताकि वह और बड़े पैमाने पर काम कर सके।
IPO और आपकी LIC पॉलिसी में फर्क
- LIC पॉलिसी खरीदी जाती है सुरक्षा और बचत के लिए।
- IPO में आप LIC की कंपनी के शेयर खरीदते हैं, जो एक निवेश है।
- शेयर बाजार की तरह LIC के शेयर की कीमत ऊपर-नीचे होती रहेगी, जो मार्केट की स्थिति पर निर्भर करता है।
- आपके LIC पॉलिसी के फायदे, बोनस, टैक्स छूट, और गारंटी पर IPO का कोई असर नहीं पड़ता।
आसान भाषा में समझें
सोचिए, LIC आपकी एक भरोसेमंद छतरी है, जो आपके परिवार को जीवन भर सुरक्षा देती है। IPO तो बस उस छतरी के मालिकाना हिस्से के कुछ टुकड़े बाजार में बेचने जैसा है। आपकी सुरक्षा या लाभ पर इसका कोई असर नहीं होगा।
इसलिए, LIC की IPO देखकर अगर कोई सोचता है कि LIC अब स्टॉक मार्केट जैसी हो गई है, तो ये पूरी तरह गलत है।
7. LIC पॉलिसी vs LIC के शेयर: क्या है फर्क और क्या है सही विकल्प?
LIC पॉलिसी और LIC के शेयर अलग-अलग चीजें हैं। LIC पॉलिसी में आप अपने और परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए बीमा लेते हैं। इसमें आप नियमित प्रीमियम देते हैं और पॉलिसी खत्म होने पर आपको एक तय राशि मिलती है, साथ ही जीवन बीमा की सुरक्षा भी रहती है। यह लंबी अवधि का निवेश होता है और टैक्स बचत का फायदा भी मिलता है।
वहीं LIC के शेयर खरीदने का मतलब है कि आप LIC कंपनी में हिस्सेदार बनते हैं। शेयरों की कीमत बाजार के अनुसार बढ़ती या घटती रहती है, जिससे आपको फायदा या नुकसान हो सकता है। इसमें कोई बीमा सुरक्षा नहीं होती और यह एक जोखिम भरा निवेश है।
LIC पॉलिसी में आपको सरकार की गारंटी और निश्चित लाभ मिलता है, जबकि शेयर बाजार में यह कोई गारंटी नहीं होती। पॉलिसी में आपका पैसा सुरक्षित रहता है और आपको टैक्स लाभ भी मिलता है। दूसरी तरफ, शेयर बाजार में निवेश करते समय आपका पैसा जोखिम में रहता है, और आपको बाजार की स्थिति के अनुसार मुनाफा या नुकसान हो सकता है।
अगर आप परिवार की सुरक्षा और लंबे समय की बचत चाहते हैं, तो LIC पॉलिसी बेहतर है। लेकिन अगर आप शेयर मार्केट का जोखिम उठा सकते हैं और मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो LIC के शेयर खरीद सकते हैं।
इसलिए, LIC पॉलिसी और LIC शेयर दोनों अलग उद्देश्य के लिए हैं। जीवन सुरक्षा के लिए पॉलिसी और निवेश के लिए शेयर सही विकल्प हैं।
निष्कर्ष:
अगर आप सिर्फ लाभ देख रहे हैं तो शेयर बाजार जरूर देखिए। लेकिन अगर आप अपने परिवार के भविष्य की गारंटी चाहते हैं, तो LIC से बेहतर कोई नहीं। क्योंकि शेयर बाजार आपको फायदा दे सकता है, लेकिन LIC आपको सुरक्षा, भरोसा और भविष्य की नींव देता है।
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