हर महीने की शुरुआत में एक सवाल हम सबके मन में आता है –
“इस बार कुछ बचा लूं क्या?”
और फिर महीने के अंत तक जवाब आ जाता है – “अरे यार, फिर से कुछ नहीं बचा।”
यही वजह है कि SIP जैसी चीजें हमारी जिंदगी में जरूरी हो जाती हैं।
SIP यानी Systematic Investment Plan, एक ऐसा तरीका है जो आपको ना सिर्फ पैसे बचाने की आदत सिखाता है, बल्कि उसे धीरे-धीरे बढ़ाने का स्मार्ट तरीका भी देता है। और सबसे अच्छी बात? इसे कोई भी कर सकता है — बिलकुल आप जैसे लोग, जिन्हें फाइनेंस की बड़ी-बड़ी बातें समझ नहीं आतीं, लेकिन जो भविष्य के लिए कुछ करना चाहते हैं।
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SIP Start Kaise Kare (Hindi) |
इस लेख में हम समझेंगे कि SIP क्या होता है, इसे कैसे शुरू करें, किसके लिए कौन-सा SIP सही है, और शुरुआत करते समय किन बातों का ध्यान रखें।
SIP शुरू करने से पहले: खुद से 3 सवाल पूछिए
1. क्यों कर रहे हैं निवेश?
- आपका लक्ष्य क्या है?
- बच्चे की पढ़ाई
- खुद का घर
- रिटायरमेंट
- या सिर्फ कुछ सेविंग बनाना?
जिस दिन आपको यह स्पष्ट हो गया, SIP करना आसान हो जाएगा।
2. कितनी रकम हर महीने निकाल सकते हैं?
₹500? ₹1000? या ₹2000? जितना भी हो, SIP उतनी ही राशि से शुरू हो सकता है। SIP की खूबसूरती यह है कि आप ₹500 से भी शुरू कर सकते हैं। इसलिए ज़रूरी नहीं कि बहुत बड़ी रकम हो, नियमितता ज़्यादा मायने रखती है।
3. पैसा कितने समय तक नहीं चाहिए?
1 साल? 5 साल? 10 साल? SIP लंबे समय के लिए होता है। इसलिए SIP में 3 साल से ज़्यादा का समय दें — तभी अच्छा रिटर्न मिलेगा। जितना लंबा समय, उतना ज्यादा कंपाउंडिंग का फायदा।
SIP कैसे शुरू करें? स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
Step 1: एक निवेश ऐप चुनें
जैसे: Groww, Zerodha Coin, Paytm Money, Upstox. इन ऐप्स पर आप खुद से SIP चुन सकते हैं, ट्रैक कर सकते हैं, और जरूरत पड़ने पर बंद भी कर सकते हैं।
Step 2: KYC प्रक्रिया पूरी करें
SIP शुरू करने से पहले KYC जरूरी है। इसके लिए आपको चाहिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता और मोबाइल नंबर (आधार से लिंक)
इन ऐप्स पर KYC पूरी तरह डिजिटल होती है — किसी एजेंट, बैंक या ब्रोकरेज ऑफिस जाने की जरूरत नहीं।
Step 3: निवेश योजना (फंड) चुनें
अब आपको फंड चुनना है — यह SIP का सबसे अहम हिस्सा है। आपके लक्ष्य और जोखिम के अनुसार फंड 3 तरह के होते हैं:
- Equity Funds – ज्यादा जोखिम, ज्यादा संभावित रिटर्न
- Debt Funds – कम जोखिम, कम लेकिन स्थिर रिटर्न
- Hybrid Funds – दोनों का मिश्रण, शुरुआती निवेशकों के लिए बेस्ट
👉 आप शुरुआत Hybrid Fund से करें, फिर अनुभव होने पर Equity में जाएं।
Step 4: SIP अमाउंट और डेट तय करें
अब तय करें कि हर महीने कितना निवेश करेंगे — ₹500 से ₹5000 तक कुछ भी चुन सकते हैं।
साथ ही, कोई एक तारीख फिक्स करें (जैसे हर महीने की 5, 10 या 15 तारीख)। इस दिन अपने-आप आपके बैंक से पैसा कटेगा।
Step 5: ऑटो-डेबिट की अनुमति दें
SIP को स्मूथ बनाने के लिए E-Mandate सेट करें — यानी आपके बैंक से हर महीने पैसा अपने-आप कटेगा। इससे आपको हर बार मैन्युअली पैसे भेजने की जरूरत नहीं।
SIP के साथ क्या न करें?
- रोज़-रोज़ ऐप खोलकर मत देखिए कि कितना पैसा बढ़ा
- एक-दो महीने में बंद करने का मत सोचिए
- ज्यादा रिटर्न के लालच में बार-बार फंड न बदलिए
- शुरुआत में रिटर्न देखने का लालच न करें — कम से कम 3–5 साल रुकें
- बाजार ऊपर-नीचे होता रहेगा, लेकिन SIP चालू रखें
- हर 6–12 महीने में अपने फंड्स की स्थिति जरूर देखें
- ज्यादा फंड एक साथ न चुनें — 1 या 2 से शुरू करें