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बीमा पॉलिसी कैसे बेचें? | How to Sell Insurance Policy in Hindi (Step-by-Step Guide)

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How To Sell Insurance Policy in Hindi: बीमा एक ऐसा शब्द है जो सुनने में छोटा है, लेकिन इसके पीछे बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी छिपी होती है। जब आप किसी को बीमा पॉलिसी बेचते हैं, तो आप सिर्फ एक योजना नहीं दे रहे होते, बल्कि उसके और उसके परिवार के भविष्य की सुरक्षा का भरोसा दे रहे होते हैं। यह काम भावनाओं, समझदारी और ईमानदारी से जुड़ा होता है।

अगर आप एक बीमा एजेंट हैं या इस क्षेत्र में अपना करियर शुरू करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। इसमें हम विस्तार से जानेंगे कि बीमा पॉलिसी कैसे बेची जाती है, क्या-क्या स्किल्स जरूरी हैं, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, और किस तरह ग्राहक को संतुष्ट किया जा सकता है।

बीमा पॉलिसी बेचना आसान नहीं है, लेकिन यह एक ऐसा काम है जिसमें मेहनत का फल निश्चित मिलता है। अगर आप धैर्य, ईमानदारी और सेवा की भावना से काम करें, तो यह पेशा आपको न सिर्फ अच्छी आमदनी देता है, बल्कि समाज में एक भरोसेमंद सलाहकार के रूप में पहचान भी दिलाता है।

1. ग्राहक की जरूरत को समझें

बीमा पॉलिसी बेचने का सबसे पहला और अहम स्टेप है – ग्राहक की जरूरत को जानना। हर व्यक्ति की जीवन स्थिति अलग होती है। कोई बच्चों की पढ़ाई के लिए प्लान करना चाहता है, कोई टैक्स बचाना चाहता है और कोई रिटायरमेंट की सुरक्षा चाहता है। 

वहीं कोई, बिटिया की शादी के लिए पैसे बचत करना चाहते है तो कोई भविष्य के लिए कुछ पैसे जोड़ना चाहते है, कोई बीमा करके परिवार को सुरक्षित रखना चाहते - 

ऐसे में जब तक आप उनकी वास्तविक जरूरत को नहीं समझेंगे, तब तक उन्हें सही पॉलिसी नहीं दे पाएंगे। सवाल पूछिए, ध्यान से सुनिए और फिर सुझाव दीजिए।

2. भरोसा बनाइए

बीमा एक भरोसे का कारोबार है। लोग तब ही आपसे बीमा पॉलिसी खरीदेंगे जब उन्हें लगेगा कि आप उनके भले के लिए काम कर रहे हैं, न कि सिर्फ कमीशन के लिए। 

समय पर मिलना, सच्चाई से बात करना और कभी भी गलत जानकारी न देना – ये सब चीजें ग्राहक के मन में आपके प्रति भरोसा बनाती हैं। याद रखिए, ग्राहक पहले आप पर भरोसा करता है, फिर कंपनी पर।

3. सरल और अपनी भाषा में बात करें

बीमा के टर्म्स और शर्तें अक्सर जटिल होती हैं। अगर आप उन्हें कठिन शब्दों में समझाएंगे, तो ग्राहक डर जाएगा या भ्रमित हो जाएगा। इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी मातृभाषा या उस ग्राहक की भाषा में आसान उदाहरण देकर समझाएं।

जैसे – "यह प्लान ऐसे है जैसे आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा सेविंग कर रहे हैं, जिससे आगे चलकर बड़ा फायदा मिलेगा।"

इसे भी पढ़े: कैसे पहचानें कि Objection असली है या बहाना? Objection और बहाने को पहचानने के 7 आसान तरीके

4. सही प्लान की सलाह दें

जब आप ग्राहक की जरूरत समझ लें, तो उन्हें एक से दो विकल्प सुझाएं। प्लान की तुलना करें – कौन सा प्लान कितनी रकम देगा, टैक्स में क्या फायदा मिलेगा, प्रीमियम कितना होगा, मैच्योरिटी पर कितने पैसे मिलेंगे। ग्राहक को कभी भी एक ही प्लान न थोपें, बल्कि उन्हें विकल्प देकर फैसला लेने का मौका दें।

5. आपत्तियों का समाधान शांति से करें

कई बार ग्राहक मना कर देता है या कहता है "मैं सोचकर बताऊंगा", "अभी पैसे नहीं हैं", "बाद में लेंगे"। ये सामान्य आपत्तियाँ हैं। आपको घबराना नहीं है। शांत रहकर, उनके डर या शंका को समझिए और सही जवाब दीजिए। उदाहरण: "अगर आप आज पॉलिसी शुरू करेंगे तो उम्र कम होने की वजह से प्रीमियम भी कम होगा और सुरक्षा तुरंत शुरू हो जाएगी।"

6. विश्वास बनाए रखने के लिए फॉलो-अप करें

बीमा पॉलिसी तुरंत नहीं बिकती। आपको ग्राहक के साथ लगातार संपर्क में रहना होता है। पहली मीटिंग के बाद 2–3 दिन में कॉल करें, पॉलिसी से जुड़ी जानकारी व्हाट्सएप पर भेजें और खास अवसरों जैसे जन्मदिन या त्योहार पर शुभकामनाएं दें। इससे ग्राहक को लगेगा कि आप वाकई प्रोफेशनल और केयरिंग एजेंट हैं।

7. सर्विस के बाद भी जुड़े रहें

बीमा पॉलिसी बेचने के बाद भी आपका काम खत्म नहीं होता। ग्राहक को प्रीमियम रिमाइंडर देना, पॉलिसी डॉक्युमेंट समझाना, नामांकन चेक कराना और अगर क्लेम की नौबत आए तो मदद करना – यह सब एजेंट की जिम्मेदारी होती है। अगर आप अच्छी सेवा देंगे, तो वही ग्राहक आपके लिए नए ग्राहक लाएगा।

8. डिजिटल टूल्स का उपयोग करें

आज के समय में सिर्फ कॉल और मीटिंग से काम नहीं चलता। WhatsApp, Facebook, Instagram, Email जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का सही इस्तेमाल करें। पॉलिसी के फायदे वाली वीडियो, स्लाइड, पोस्टर आदि ग्राहकों को भेजिए। ऑनलाइन मीटिंग्स और Google Forms से भी लीड जनरेट की जा सकती हैं।

9. पुराने ग्राहकों से रेफरेंस लें

जो ग्राहक पहले से आपसे खुश हैं, उनसे रेफरेंस मांगना कभी न भूलें। आप कह सकते हैं – "सर, अगर मेरी सर्विस से आप खुश हैं, तो क्या आप अपने जान-पहचान के किसी व्यक्ति से मिलवा सकते हैं जो बीमा लेना चाहता हो?" इससे आपका नेटवर्क खुद-ब-खुद बढ़ता जाएगा।

10. सेल्स के समय की गलतियों से बचें

कई नए एजेंट कुछ आम गलतियाँ करते हैं – जैसे बहुत जल्दीबाज़ी करना, एक ही प्लान पर ज़ोर देना, ग्राहक को ज्यादा दबाव देना, या झूठे वादे करना। इन गलतियों से बचना बेहद जरूरी है। ग्राहक को लगे कि आप एक सलाहकार हैं, न कि सिर्फ पॉलिसी बेचने वाले।

निष्कर्ष

बीमा पॉलिसी बेचना एक कला है – इसमें भावनाएं, समझदारी और सेवा का संतुलन चाहिए। यह सिर्फ एक प्रोडक्ट नहीं है, बल्कि किसी परिवार की सुरक्षा, सपनों और भविष्य की प्लानिंग से जुड़ा है। अगर आप ईमानदारी से ग्राहक की सेवा करते हैं, तो सफलता ज़रूर मिलेगी। लोग ना सिर्फ आपसे पॉलिसी खरीदेंगे, बल्कि आपको दूसरों से भी मिलवाएंगे।

अंतिम बात: "बीमा बेचना मतलब सिर्फ कमीशन कमाना नहीं होता – यह किसी परिवार की मुश्किल घड़ी में काम आने वाली उम्मीद बनाना है।"

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FAQs

Objection क्या होता है?

Objection का मतलब है ग्राहक की वह चिंता या आपत्ति जो उसे पॉलिसी खरीदने से रोकती है।

क्या बीमा एजेंट बनना फायदेमंद है?

हां, अगर आप मेहनती और भरोसेमंद हैं तो बीमा एजेंट बनना आर्थिक और सामाजिक दोनों रूप से फायदेमंद हो सकता है।

बीमा पॉलिसी बेचने के लिए कौन-कौन से स्किल्स जरूरी हैं?

कम्युनिकेशन स्किल, धैर्य, विश्वास बनाना, ग्राहक की जरूरत समझना और उत्पाद की जानकारी जरूरी होती है।

नए एजेंट को ग्राहक कैसे मिलें?

नए एजेंट शुरुआत में दोस्तों, रिश्तेदारों और अपने नेटवर्क से संपर्क कर सकते हैं और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ग्राहक बार-बार टालता है तो क्या करें?

ऐसे में आपको धैर्य रखना चाहिए और समय-समय पर ग्राहक को जानकारी और फायदे याद दिलाते रहना चाहिए।

बीमा बेचते समय सबसे बड़ी गलती क्या होती है?

बिना ग्राहक की जरूरत समझे पॉलिसी ऑफर करना सबसे बड़ी गलती होती है, इससे ग्राहक का भरोसा टूट सकता है।

क्या बीमा पॉलिसी समझाना जरूरी है?

हां, पॉलिसी की शर्तें और फायदे सरल भाषा में समझाना बहुत जरूरी है ताकि ग्राहक सही निर्णय ले सके।

क्या एक बार पॉलिसी बेचने के बाद जिम्मेदारी खत्म हो जाती है?

नहीं, अच्छे एजेंट की जिम्मेदारी पॉलिसी बेचने के बाद शुरू होती है – क्लेम, रिन्यूअल और सेवा में मदद देना जरूरी है।

ग्राहक को बार-बार कॉल करना सही है?

बार-बार कॉल करने की बजाय उचित समय पर फॉलो-अप करना और वैल्यू जोड़ना बेहतर होता है।

बीमा एजेंट कैसे भरोसा बना सकता है?

सत्य और पारदर्शिता से बात करना, समय पर सेवा देना और वादा निभाना ही विश्वास बनाने की कुंजी है।

Suraj Barai

Suraj Barai is a content creator, insurance consultant, Udemy instructor, and the founder of this website. He is an IRDA-approved insurance advisor with LIC of India, helping clients make informed financial decisions. With a passion for sharing knowledge, Suraj dedicates his free time to creating engaging and informative videos for his YouTube channel, inspiring and educating his audience. facebook instagram twitter youtube telegram

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