“मेरी प्रिय पुस्तक” पर निबंध – Essay on My Favorite Book in Hindi

इस आर्टिकल पर हम Essay on My Favorite Book in Hindi  “मेरी प्रिय पुस्तक” पर हिंदी में निबंध लिख रहे है जिन्हें पढ़कर कोई भी अपने पसंदीदा पुस्तक पर निबंध लिख सकता है. यदि आप किसी विषय पर निबंध पढ़ना पसंद करते है. तो आज की लेख में आप “मेरी प्रिय पुस्तक” पर निबंध पढ़े.

essay on my favorite book hindi

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध (Essay on My Favorite Book)

मानव जीवन में पुस्तकों का बहुत महत्व है. पुस्तके हमारे ज्ञान को बढ़ाती हैं. अच्छी पुस्तकों से हमारे मानसिक एवं बौद्धिक विकास होते है. उत्तम पुस्तके हमारी पथ प्रद्षक होती हैं. ये हमें जीवन के लक्ष्य चुनने में भी हमारी मदद करती हैं.

संसार में नाना प्रकार की पुस्तकें हैं. कहानी, उपन्यास, लेख, कविता, नाटक आदि विधाओं की अनेक पुस्तकें है. इन पुस्तकों ने हमारे ज्ञान कोष को बढ़ाया है.

परन्तु, गोस्वामी तुलसीदास कृत ‘रामचरित मानस’ ने मुझे अधिक प्रभावित किया है. इसलिए ‘रामचरित मानस’ मेरी प्रिय पुस्तक है.

‘रामचरित मानस’ गोस्वामी तुलसीदास की अमर कृति है. यह पुस्तक सरल अवधी भाषा में लिखी गई है. दोहा, चौपाई, सोरठ आदि छंदों में लिखी गई है.

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध (Essay on Book in Hindi)

यह पुस्तक मानव की सभी समश्याओं का समाधान प्रस्तुत करती है. इसने संपूर्ण भारतीय जनजीवन को प्रभावित किया है. इस पुस्तक में भारतीय आदर्श, नीति एवं संस्कृति का बेजोड़ संकलन है.

‘रामचरितमानस’ एक महाकाव्य है. इसके नायक पुरुषोत्तम श्रीराम है. तुलसीदास ने इस पुस्तक में श्रीराम के लोक रक्षक चरित्र का सुन्दर चित्रांकन किया है. श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम है. इस पुस्तक में श्रीराम के जीवन के हर पहलू एवं व्यक्तित्व का विषद वर्णन है.

इसमें श्रीराम को आज्ञाकारी पुत्र, आदर्श भाई, आदर्श पति, आदर्श मित्र एवं उत्तम राजा के रूप में दिखिया गया है. सभी पात्रो के रूप में उनका व्यक्तित्व अपने आप में के अनूठा आदर्श है.

किताब पर निबंध (Essay on Your Favorite Book in Hindi)

इस प्रिय पुस्तक से हमे बहुत-सी शिक्षाएं मिलती है. इसमें मानव-रिस्तों के प्राय: सभी कर्तव्यो पर प्रकाश डाला गया है. इसमें बताया गया है की एक पिता का पुत्र के साथ, भाई का भाई के साथ, एक मित्र का मित्र के साथ, पत्नी का पति के साथ तथा राजा-प्रजा का कैसा संबंध होना चाहिए.

इससे उच्च  कोटि की धार्मिक, राजनितिक, सामाजिक एवं नैतिक शिक्षा मिलती है. यह पुस्तक मेरे लिए असीम प्रेरणा का स्रोत हैं.

वास्तव में यह पुस्तक एक सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य है. इसमें मानवजीवन की सभी समश्याओ का समाधान है. यह पुस्तक साहित्य, दर्शन, धर्म, राजनीति एवं समाजशास्त्र की दृष्टि से सर्वोत्तम है. इसलिए पुरे विश्व में यह पुस्तक बढ़ी श्रद्धा और आधार के साथ पढ़ी जाती है.

निष्कर्ष

इस लेख में हमने “मेरी प्रिय पुस्तक” पर निबंध हिंदी में (Essay on My Favorite Books In Hindi) शेयर किया हुआ है. मुझे उम्मीद है की यह निबंध आप जरुर पसंद करेंगे.

यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो कृपया सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ जैसे Facebook, Twitter या Whatsapp पर शेयर जरुर करे. नई पोस्ट की Update के लिए Subscribe करना ना भूले.

आपको ये भी पढ़नी चाहिए 

Comments are closed.

Suraj Barai EXTRA App

Explore courses, free content, PDFs, forms, ebooks, videos and more on our app, Download from google play store!

Download App

Categories